Shantinath Ji Temple
वि. स. 1200 में श्रीपती ढढागौत तिलौरा इजाहण साहब का पोता विमलशाह ने माताजी की जमीन पर शान्तिनाथ जी का मन्दिर बनवाया जिसमें मुर्ति की प्रतिष्ठा करवा कर सेवा के लिए माताजी के पुजारियों को नियुक्त किया था। माताजी के मन्दिर से मात्र आधा किलो मीटर दूरी पर है। यह मन्दिर पाश्र्वनाथ जी के मन्दिर के दक्षिण दिशा के दरवाजे के ठीक सामने है। इस मन्दिर के रखरखाव का कार्य पाश्र्वनाथ मन्दिर ट्रस्ट करता है। इस मन्दिर में बहुत ही अच्छा बगीचा है।
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